Sleeping Personality: व्यक्ति की आदतें उसकी पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ दर्शाती हैं। ऐसा ही कुछ पता चलता है आपके जल्दी सोने से।

जल्दी सोकर ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले

जो लोग जल्दी सोकर जल्दी उठने का नियम पालन करते हैं तो निश्चित ही ऐसे लोग आत्मविश्वास से भरपूर और लीडरशिप क्वालिटी से भरे होते हैं। यहां समय से सोने का अर्थ है कि रात को 8 बजे से 9 बजे के बीच सो जाना और सुबह 4 बजे से 7 बजे के बीच उठ जाना। इस स्लीप पैटर्न को फॉलो करने वाले न सिर्फ खुद के लिए सही दिशा ढूंढ पाने में माहिर होते हैं बल्कि दूसरों को भी सही दिशा दिखाने की कोशिशों में जुटे रहते हैं।  

देर से सोकर जल्दी उठने वाले

जो लोग देर रात तक सोते हैं लेकिन उठ जल्दी जाते हैं जैसे कि रात के 1 या 2 बजे सोना और फिर सुबह के समय 7 बजे तक उठ जाना, ऐसे लोग जहां एक ओर रात के समय ज्यादा क्रिएटिव सोच पाते हैं तो वहीं दिन के समय में सुस्त पड़ जाते हैं। ऐसे लोगों को घुलना-मिलना ज्यादा पसंद नहीं होता है। ऐसे लोग दूसरों के काम में बाधा डालते हैं। ऐसे लोगों में ध्यान,सब्र और विवेक की बहुत कमी होती है।  

सूर्यास्त से सोकर सूर्योदय से उठाना

जो लोग बिलकुल सूर्य के चक्र का पालन करते हुए अपनी स्लीप साइकिल पूरी करते हैं यानी की सूर्य के अस्त होने के साथ ही सो जाते हैं और सूर्य के उदय होने के साथ ही उठ जाते हैं ऐसे लोग न सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं बल्कि मानसिक तौर पर भी बहुत सक्रीय रहते हैं। ऐसे लोग अपने काम के प्रति जागरुक होते हैं और कुछ नया सीखने की लालसा में लगे रहते हैं। इनमें जिज्ञासा बहुत होती है और आध्यात्म में भी बहुत लीन रहते हैं।