राजकोट और फिर रांची में ध्रुव जुरैल ने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को खासा प्रभावित किया। चौथे टेस्ट की पहली पारी में ध्रुव के बल्ले से निकली 90 रन की पारी भारतीय टीम की जीत की असली वजह बनी।

ध्रुव की शानदार बल्लेबाजी से सुनील गावस्कर काफी इम्प्रेस हुए थे और उन्होंने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज की तुलना एमएस धोनी से कर डाली थी। इस बीच, ध्रुव को लेकर सौरव गांगुली का बड़ा बयान सामने आया है। गांगुली का कहना है कि ध्रुव ने रांची टेस्ट में काफी अच्छी बल्लेबाजी की, पर धोनी से उनकी तुलना करना ठीक नहीं होगा।

ध्रुव को लेकर क्या बोले गांगुली?

सौरव गांगुली ने एक खेल प्लेटफॉर्म के साथ बातचीत करते हुए कहा, "ध्रुव जुरैल। मुश्किल पिच और दबाव में उनके लिए क्या कमाल का टेस्ट मैच रहा। उनके पास काफी टैलेंट है और अगर आप मौकों को भुनाने में सफल नहीं होते हैं और नीचे की तरफ चले जाते हैं, तो कमबैक करना मुश्किल हो जाता है।"

धोनी से तुलना पर दादा की राय

ध्रुव की तुलना एमएस धोनी से करने को लेकर दादा ने कहा, "एमएस धोनी एक अलग लीग में हैं। ध्रुव जुरैल के पास टैलेंट है और इसमें कोई शक नहीं है। हालांकि, एमएस धोनी को एमएस धोनी बनने में 20 साल लगे। ऐसे में जुरैल को खेलने दीजिए। जुरैल के पास स्पिन, पेस गेंदबाजी को खेलने का हुनर मौजूद है और सबसे महत्वपूर्ण बात वह दबाव में अच्छा खेल सकते हैं। आप एक युवा खिलाड़ी में यहीं सब देखते हैं।"

ध्रुव बने थे टीम इंडिया के लिए मसीहा

रांची टेस्ट में एक समय पर भारतीय टीम पहली पारी में बेहद मुश्किल में नजर आ रही थी। ऐसे में ध्रुव जुरैल टीम इंडिया के लिए मसीहा बनकर सामने आए। ध्रुव ने कुलदीप यादव के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी निभाई थी, जिसके दम पर भारतीय टीम मैच में कमबैक करने में सफल रही थी। ध्रुव के बल्ले से फर्स्ट इनिंग में 90 रन की शानदार पारी निकली थी।

वहीं, दूसरी पारी में भी ध्रुव ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था और 39 रन बनाकर नाबाद रहे थे। ध्रुव ने शुभमन गिल के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 72 रन की अटूट साझेदारी निभाते हुए भारतीय टीम को 5 विकेट से जीत दिलाई थी।