नए साल के मौके पर लोग अलग-अलग जगहों पर घूमने का प्लान बनाते हैं और लोग इस दिन को खास तरीके से सेलिब्रेट करते हैं. आप भी अपने बच्चे, दोस्त, परिवार और पार्टनर संग प्लान कर रहे हैं तो आपको बता दें कि अगर नए साल की शुरुआत किसी धार्मिक यात्रा से की जाए तो इससे आने वाला पूरा साल काफी मंगलमय होता है. यही कारण है कि हर साल न्यू ईयर यानी 1 जनवरी के दिन अधिकतर लोग मंदिरों में भगवान के दर्शन करने के लिए जाते हैं. अगर आप भी आने वाले नए साल के पहले दिन किसी धार्मिक स्थल पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बेगूसराय जिला के सबसे ख़ास धार्मिक पर्यटन स्थल जयमंगला गढ़ के बारे में बताने जा रहे हैं.

अगर बात जयमंगला गढ़ की जाए तो इस मंदिर को अखंड भारत के 52 शक्तिपीठों में से एक जयमंगला गढ़ सिद्धपीठ का दर्जा प्राप्त है. देश के प्राचीनतम मंदिरों में से एक इस मंदिर को जागृत स्थल और सिद्ध शक्तिपीठ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार जब सती का शव लेकर भगवान भोले शंकर तांडव कर रहे थे, तब देवी का वाम स्कंध इसी स्थान पर गिरा था. इसी समय से यह मंदिर पूरे देश में चर्चित है. अगर आप यहां नए साल पर आते हैं और यहां जो मन्नत मांगते हैं ऐसी मान्यता है कि पूरी हो जाती है. यहां आने वाले पर्यटकों ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस मंदिर की जानकारी मिली थी. नए साल को लेकर यहां 48 घंटे तक काफी सुरक्षा व्यवस्था रहती है.

ऐसे पहुंचे जयमंगला गढ़ मंदिर

इस शक्तिपीठ मंदिर में पहुंचना बेहद ही आसान है. आप यहां पर रेल मार्ग से भी आ सकते हैं. बेगूसराय रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से 22 किलोमीटर दूर मंझौल बस स्टैंड पहुंच जाए. फिर यहां से आपको जयमंगला गढ़ शक्तिपीठ के लिए कोई भी वाहन से 7 किमी दूर मंदिर परिसर आ सकते हैं. अगर किराए की बात की जाए तो आपको आने-जाने में मात्र 80 रुपए खर्च होंगे.