नई दिल्ली । दिल्ली की एक चौखट है जहां बड़े अदब और एहतराम से लोग पेश आते हैं। यह वो चौखट है जिस पर सारे धर्म के लोग एक धागे में बंधे नजर दिखते हैं। यह चौखट सूफियाना है, और इसके रंग भी कई हैं। इसलिए यहां रंग की महफिल भी सजाई जाती है, और रंग गाया भी जाता है। दिवाली की खुशियों के बीच हम बात कर रहे हैं महबूब-ए-इलाही, सूफी बुजुर्ग हजरत निजामुद्दीन औलिया के दर की जिन्हें ‘जग उजियारा’ भी कहा जाता है। देश में दिवाली की रौनक है तो भला सूफी बुजुर्ग की इस चौखट पर यह दिन कैसे फीका रह सकता है। दीपों के जगमग इस त्यौहार पर हजरत निजामुद्दीन औलिया की चौखट से लेकर उनके पूरे दरबार (दरगाह शरीफ) पर चिराग जलाए जाते हैं। दिवाली के दिन हजरत निजामुद्दीन दरगाह शरीफ पर अकीदतमंद लोग चिराग जलाकर एक-दूसरे को दीपावली की मुबारकबाद पेश करते हैं, और इस खास लम्हों को जश्न-ए-चरागां का नाम देते हैं। दिवाली के दिन दरगाह शरीफ पर हिंदू और मुस्लिम मिलकर चिराग रौशन करते हैं। पूरे देश में जगमग इस त्यौहार पर हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह शरीफ भी रौशनी से चमक उठती है। चिरागो की रौशनी से यहां ऐसा नजारा बनता है कि यह लोगों के दिलों को भी रौशन कर देता है। यहां शाम के वक्त दुआ-ए-चरागां की रस्म भीं निभाई जाती है। इस रश्म में दियों की रौशनी में दुआएं की जाती हैं। दरगाह शरीफ पर हाजिरी देने वाले मुजम्मिल बरकाती कहते हैं कि दिवाली के दिन दरगाह शरीफ पर दिये रौशन किए जाते हैं, और जश्न-ए-चरागां की मुबारकबाद दी जाती है। वो बताते हैं कि खुशी के मौके पर दीपक जलाए जाने पर जश्न-ए-चरागां मनाया जाता है। दीपवाली भी खुशियां का त्यौहार है। इस खुशी के त्यौहार पर हिंदू भाई-बहन दरगाह शरीफ पर आकर चिराग रौशन करते हैं, और मुस्लिम भाई इस खुशी में शामिल होकर उन्हें दिवाली की मुबारकबाद देते हैं। दरगाह शरीफ पर शाम में दुआ-ए-रौशनी का भी आयोजन किया जाता है। दरगाह शरीफ पर हजरत निजामुद्दीन औलिया की मजार शरीफ पर दीयों की रौशनी के बीच दुआएं मांगी जाती हैं। इस दौरान सभी मजहब के लोग यहां इकट्ठा होकर दुआएं मांगते हैं। मुजम्मिल बरकाती बताते हैं कि दिवाली के दिन हिन्दू अकीदतमंद लोग यहां से दीपक या मोमबत्ती ले जाकर अपने घरों पर जलाते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से दिवाली का त्यौहार औलिया की दुआओं से जोड़ देगा। उनका कहना है कि दरगाह शरीफ पर दीपावली के दिन इस त्यौहार का आयोजन दरगाह की ओर से नही होता। हिंदू अकीदतमंद अपनी मर्जी से यहां आकर दीये जलाकर मिठाई बांटते हैं। मुस्लिम समाज के लोग उनकी इस खुशियों में शामिल होकर प्यार और भाईचारे की मिशाल पेश करते हैं। धनतेसर के दिन हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह शरीफ पर 721 दीयों को जलाया जाएगा। इस जश्ने चिरागां का आयोजन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा किया जाएगा। इस आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार शामिल होंगे। मंच के पदाधिकारी आमिर खाने ने बताया कि देश और दुनिया में अमन ओ चैन, भाईचारा और तरक्की के लिए हजरत के दरबार में धनतेरस के दिन दीपक जलाए जाएंगे।