दमोह ।    दमोह के हटा नाका पर स्थित मुक्तिधाम में भगवान शिव की अनोखी प्रतिमा तैयार की जा रही है। जहां भगवान शिव की जटाओं से गंगाजल शव पर गिरेगा, उसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रतिमा लगभग बनकर तैयार हो गई है और अब पेंटिंग का काम चल रहा है। प्रतिमा के आसपास दो कमरे भी बनाए जा रहे हैं। मुक्तिधाम आने वाले शवों को यहां विराजित भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा की जटाओं से निकलने वाले गंगाजल से स्नान कराया जाएगा। एक तरह से यह शहर का पहला ऐसा मंदिर होगा, जिसमें भगवान शिव की जटा से निकलने वाली गंगा की धाराओं से स्नान होकर शव पवित्र होगा।

12 मार्च को होगी प्राण-प्रतिष्ठा

दरअसल, हर मुक्तिधाम में भावान शिव विराजित रहते हैं, क्योंकि वह कालों के काल कहे जाते हैं, लेकिन हटा नाका स्थित मुक्तिधाम काफी पुराना होने के बाद भी यहां भगवान शिव की प्रतिमा की स्थापना नहीं हुई है। अब भगवान शिव की प्रतिमा के साथ ही पूरे शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। मंदिर का निर्माण कार्य जनसहयोग से  चल रहा है। मंदिर का निर्माण पूर्ण होकर 12 मार्च को  प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। जन सहयोग से निर्माण होने वाले इस मंदिर में लगभग 28 लाख रुपए का खर्च आएगा। निर्माण समिति के संयोजक उमा गुप्ता ने बताया 17 फीट की भगवान शिव की प्रतिमा कि स्थापित हो गई है। यहां पर नंदी महाराज सहित शिव परिवार विराजित होगा।

मुक्तिधाम तक जाएगी यात्रा

उन्होंने बताया कि भगवान भोले की जटा से गंगाजल की बौछारे निकलेगी और वह मुक्तिधाम में आने वाले शव को स्नान कराते हुए पवित्र करेगी। जमीन से 37 फीट ऊंचाई पर भोलेनाथ की प्रतिमा स्थापित हो गई है। इसका निर्माण शहर के कारीगरों द्वारा कराया गया है। गुप्ता ने बताया कि 12 मार्च को प्राण प्रतिष्ठा से पहले नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नागरिक शामिल होंगे। इसका शुभारंभ पुरानी नगरपालिका से होगा और बाद में वह यात्रा मुक्तिधाम तक जाएगी।