उत्तराखंड का केदारनाथ धाम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. लेकिन क्या आपको पता है मध्य प्रदेश में भी एक केदारनाथ धाम है जो लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है. यह धाम एमपी के गुना शहर से 25 किलो मीटर दूर उमरी के जंगलो में स्थित है. यहां पहुचंने के लिए छोटे और संकीर्ण रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. भक्त भी यहां आकार आश्चर्य और अनोखा महसूस करते है.

बता दें पहाड़ों को काटकर मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बनाया गया है. इस सिद्ध स्थल के चारों ओर घने जंगल हैं. जंगलों के बीचो बीच पहाड़ों के होने से इस स्थान पर कई वर्षो से संत महात्मा तपस्या भी कर रहे है. यहां आपको मंदिर के साथ चार वाटरफाल भी देखने को मिल जाएगा. ये झरने 12 महीने पहाड़ों से गिरते हुए पानी से यहाँ की सुन्दरता को चार चाँद लगाते है.

इस झरने से 12 माहीने गिरता है पानी
इस प्राचीन सिद्ध स्थल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां जो पहाड़ों से निरंतर गिरने वाले जल से शिव का अभिषेक होता रहता है. भक्तो को भी शिव के दर्शन के लिए इसी गिरते हुए जल के बीचो बीच से होकर गुजरना पड़ता है और भीगते हुए शिव के दर्शन होते है .इस सिद्ध स्थल पर एक कुंड भी है जहां लोग स्नान करके शिव के दर्शन को जाते है.ऐसा कहा जाता है की इस कुंड में स्नान करने से शरीर की कई सारी त्वचा संबधी समस्या समाप्त हो जाती है. इसका जल इतना साफ़ और स्वच्छ होता है की आसपास से आए श्रद्धालु इसे भरकर अपने घर भी ले जाते है.सावन के सोमवार में यहां भक्तो की काफी मात्रा में भीड़ देखने को मिलती है. सावन के महीने में मेला का आयोजन की किया जाता है. काफी दूर दूर से श्रदालु दर्शन को आते है.आज यह सिद्ध स्थल दर्शन के साथ पर्यटक के रूप में विकिसित होता जा रहा है.