दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश कर कैमिस्ट समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रतिबंधित नशीली दवाएं अवैध रूप से बेच रहे थे। इनके कब्जे से 15 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित नशीली दवाएं बरामद हुई हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी पिछले आठ वर्षों से यह कारोबार कर रहे हैं और इस अवधि में करीब 250 करोड़ की दवाओं की सप्लाई कर चुके हैं। पुलिस इनसे पूछताछ में जुटी है। 

स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि 25 फुटा रोड, प्रकाश विहार लोनी यूपी निवासी कुलदीप व साथी संत नगर, बुराड़ी निवासी ऋषि कुमार दिल्ली-एनसीआर में ड्रग सिंडिकेट चला रहा है। इंस्पेक्टर मनेंंद्र व हवलदार दीपक राणा की टीम ने घेराबंदी कर  दोनों को वजीराबाद फ्लाईओवर के पास से 13 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया।

इनसे पूछताछ के बाद दवा विक्रेता कुलदीप कुमार सिन्हा को तिमारपुर से गिरफ्तार कर लिया। उसके गोदाम व दवाओं की दुकान पर दबिश दी गई। इस दौरान प्रतिबंधित ट्रामाडोल की कुल 2,36,080 गोलियां और अल्प्राजोलम की कुल 2,23,800 गोलियां बरामद की गईं। 

इसके अलावा कोडीन की 150 बोतलें भी बरामद हुईं। बताते चलें कि इन दवाओं को बिना चिकित्सकीय परीक्षण के बेचना अपराध की श्रेणी में आता है। दिल्ली में इन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। सरकार ने इन्हें बेचने की लिमिट भी तय की हुई है। इस वजह से आरोपी अलीगढ़ समेत अन्य जिलों में इनकी सप्लाई कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ में पता लगा कि वे पिछले आठ वर्षों से इस गैरकानूनी कारोबार से जुड़े हुए हैं और अब तक करीब 200 से 250 करोड़ की दवाएं सप्लाई कर चुके हैं। अनुराग की दुकान का लाइसेंस खत्म हो चुका है।