खारलान को लिखे पत्र में आईओसी प्रमुख थॉमस बाक ने कहा कि समिति ‘अपवाद स्वरूप’ उसे पेरिस ओलंपिक में खेलने का मौका देगी। हर ओलंपिक खेल में खिलाड़ियों के लिए सीमित कोटा है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने 32 साल की यूक्रेन की तलवारबाज ओल्गा खारलान को आश्वासन दिया है कि वह अगले साल पेरिस ओलंपिक में खेल सकेंगी। रूसी प्रतिद्वंद्वी को हराने के बाद उससे हाथ नहीं मिलाने के कारण उसे एक अहम रैंकिंग टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया था। खारलान को लिखे पत्र में आईओसी प्रमुख थॉमस बाक ने कहा कि समिति ‘अपवाद स्वरूप’ उसे पेरिस ओलंपिक में खेलने का मौका देगी। हर ओलंपिक खेल में खिलाड़ियों के लिए सीमित कोटा है। चार बार की ओलंपिक पदक विजेता खारलान को इटली के मिलान में विश्व चैंपियनशिप से इस विवाद के बाद बाहर कर दिया गया था। खारलान ने तटस्थ खिलाड़ी के तौर पर खेल रहीं रूस की अन्ना स्मिरनोवा को पहले दौर में 15-7 से हराने के बाद उससे हाथ नहीं मिलाया। 

अंतरराष्ट्रीय तलवारबाजी महासंघ ने बाद में उसे अयोग्य करार दिया और अधिक रैंकिंग अंक हासिल करने का मौका देने से भी इन्कार कर दिया। आईओसी ने कहा कि खेल महासंघों को यूक्रेन और रूस के तटस्थ खिलाड़ियों के मामले में संवेदनशीलता से काम लेना चाहिए। बाद में तलवारबाजी महासंघ (एफआईई) ने भी उसे आगामी टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति दे दी। एफआईई के वक्तव्य में यू्क्रेनी खिलाड़ियों के रूसी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने को लेकर के बारे में कोई जिक्र नहीं है। हालांकि उसने कहा है कि उसकी पेनाल्टी नियमों के मुताबिक थी। कोरोना महामारी के दौरान तलवारबाजी स्पर्धा के दौरान खिलाड़ी मैच के बाद हाथ मिलाने की जगह अपनी तलवार मिलाकर परंपरा का निर्वाह कर रहे थे लेकिन खारलान ने जीत के बाद अपनी तलवार नहीं उठाई। पलटी और मैच स्थल से चली गईं। रूसी खिलाड़ी ने मैदान से हटने से इन्कार कर दिया और विरोधस्वरूप 50 मिनट तक वहीं कुर्सी पर बैठी रहीं।