भोपाल । अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों पर तो बर्फबारी हो रही है, लेकिन हवाओं का रुख उत्तरी नहीं होने के कारण मध्यप्रदेश में रात के तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी 4 दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। उसके बाद रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट होने का सिलसिला शुरू होगा। उधर, मंगलवार को प्रदेश में सबसे कम 11 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यत: शुष्क रहा। न्यूनतम तापमान भोपाल, उज्जैन एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक रहे। शेष संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य रहे। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरक चक्रवात बना गया है। इस चक्रवात के असर से हवाओं का रुख बदला हुआ है। साथ ही उत्तरी हवाएं प्रदेश की तरफ नहीं आ रही हैं। इसके चलते न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही है।
15 से बढ़ सकता है तापमान
शुक्ला के मुताबिक 10 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढऩे की संभावना है। उसके बाद हवा का रुख उत्तरी होने लगेगा। वर्तमान में उत्तर भारत में बर्फबारी हो रही है। इस वजह से वहां से आने वाली सर्द हवाओं के कारण रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट का सिलसिला शुरू होने लगेगा। हालांकि 15 नवंबर को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ आने से रात का तापमान फिर धीरे- धीरे बढ़ सकता है ।