वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर के गेट नंबर एक पर भीड़ के बीच मुंबई के श्रद्धालु की अचानक तबियत बिगड़ गई। वो अचेत होकर गिर पड़ा। पुलिस एंबुलेंस से उसे लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंची, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। श्रद्धालु मुंबई से 40 लोगों के साथ वृंदावन और आसपास के मंदिरों के दर्शन करने आया था।

मुंबई के साईं कोलीवाड़ा निवासी 6 वर्षीय सुनील पिशोरी लाल 40 लोगों के साथ वृंदावन में होली के अवसर पर दर्शन करने आए थे। श्रद्धालुओं का यह दल लोई बाजार स्थित बसंती धर्मशाला में ठहरा है। मंगलवार सुबह अपने साथियों के साथ दर्शन करने के लिए सुनील बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने पहुंचे। दर्शन करने के बाद जैसे ही गेट नंबर एक से वे बाहर आए तभी चबूतरे पर अचानक तबीयत खराब हो गई और वह गिर पड़े। 

मौके पर पहुंची पुलिस एंबुलेंस से श्रद्धालु को जिला सैनिक चिकित्सालय लेकर पहुंचीस जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। ये सूचना मिलते ही सुनील के साथियों में चीत्कार मच गया। सुनील के साथ आईं प्रमिला ने बताया कि 17 मार्च को 40 लोगों को ग्रुप मुंबई से वृंदावन आया था। इस ग्रुप में सुनील मांगो पुत्र पिशोरी लाल भी आए थे। वे हमारे साथ बांके बिहारी के दर्शन करने गए थे। सुबह करीब 11:00 बजे दर्शन कर जैसे ही मंदिर के गेट नंबर एक से बाहर निकले अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह गिर पड़े। 

इसके बाद उन्हें जिला सहित चिकित्सालय लेकर आए हैं जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया है। उनकी पत्नी की मृत्यु छह महीने पहले हो चुकी है। बेटी कशिश अमेरिका में है और बेटा जयदीप मांगो मुंबई में है।

बांके बिहारी सुरक्षा इंस्पेक्टर छोटेलाल का कहना है कि श्रद्धालु की गेट नंबर एक पर मंदिर से बाहर निकलते समय अचानक समय बिगड़ी और वह गिर पड़े। अस्पताल आए जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। श्रद्धालु के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।