नई दिल्ली: 'बागबान' (Baghban) उम्रदराज दंपत्तियों की समस्याओं को बड़ी नाटकीय ढंग से बयां करती है, इसलिए लोग 20 साल बाद भी इसे देखना पसंद करते हैं. फिल्म में हेमा मालिनी और अमिताभ बच्चन की केमिस्ट्री की तारीफ हुई. सलमान खान भी कैमियो रोल में छा गए, लेकिन इसने समीर सोनी, अमन वर्मा, नासिर खान और साहिल चड्ढा की इमेज ऐसी बदली कि उनसे नालायक बेटे होने का ठप्पा आज भी नहीं मिटा, लेकिन अच्छी बात यह हुई कि बुजुर्ग लोग अपनी जिंदगी को लेकर ज्यादा जागरूक हो गए.

समीर सोनी, जिनके कई सीन अमिताभ बच्चन के साथ शूट हुए थे, उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि 'बागबान' रिलीज होने के बाद लोग उनके पास आते थे और उन्हें अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी के साथ गलत बर्ताव करने की वजह से डांटते थे. फिल्म देखकर बुजुर्ग भी अपने भविष्य को लेकर चिंता करने लगे थे.
समीर ने आगे कहा कि फिल्म कभी बेटों के नजरिये से नहीं बनी, लेकिन ऐसा होता तो यह एक अलग फिल्म होती. सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म को बनाने में मेकर्स के 12 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. फिल्म का वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लगभग 43.13 करोड़ रुपये रहा. दर्शक आज भी यह फिल्म देखना पसंद करते हैं.