भोपाल । मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों और बुक सेलरों के सांठगांठ से चल रहे कमीशनखोरी के खेल को रोकने के लिए प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में भोपाल के सवा तीन सौ सीबीएसई और अन्य प्राइवेट स्कूलों में से सिर्फ 54 ने ही किताबों की सूची जमा की है। तो कलेक्टर के निर्देश पर जारी किए गए नोटिस का एक दर्जन स्कूलों में से सिर्फ एक ने हो जवाब दिया है। जिसके बाद अब जल्द ही जिला स्तरीय मान्यता समिति की बैठक होगी। जिसमें कार्रवाई के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
दरअसल, राजधानी भोपाल में बीते दिनों कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर एसडीएम अलके खरे की टीम ने एमपी नगर स्थित बुक्स एंड बुक्स और न्यू स्नेह बुक सेंटर पर छापा मारा था। जहां दुकान पर उपस्थित अभिभावकों बच्चों से बातचीत की गई। जांच में सामने आया की न्यू स्नेह बुक सेंटर पर 11 और बुक्स एंड बुक्स पर 5 स्कूलों की बुक्स, कोर्स और अन्य सामान दिया जा रहा है।
अभिभावकों ने जांच टीम को बताया कि, स्कूल प्रबंधन ने सभी स्कूलों व दोनों बुक सेंटरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए थे। लेकिन डीईओ अंजनी त्रिपाठी ने सिर्फ तीन स्कूलों को ही नोटिस जारी किया। जिसके बाद कलेक्टर की संज्ञान में मामला आने के बाद तीन दिन पहले सभी 12 स्कूलों को नोटिस जारी किया।
बतादें कि, 31 मार्च तक सभी स्कूलों को किताबों की सूची जमा करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अब तक सिर्फ 54 स्कूलों ने ही सूची जमा की है। डीईओ अंजनी त्रिपाठी का कहना है कि, 12 में से एक स्कूल ने नोटिस का जवाब दिया है। जल्द ही जिला स्तरीय मान्यता समिति की बैठक होगी। जिसमें कार्रवाई के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।