गाजियाबाद। रक्षा बंधन के कारण कौशांबी बस डिपो पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे यात्री बसों में खड़े होकर सफर करने को मजबूर हैं। मंगलवार को यात्रियों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जिले में 110 अतिरिक्त बसों का संचालन होने के बाद भी यात्रियों को राहत नहीं मिल रही है। यात्री जान जोखिम में डालकर खिड़कियों से बसों में चढ़ रहे हैं। कौशांबी डिपो से सोमवार देर रात तक करीब 700 का प्रस्थान हुआ। इनसे 40 हजार से अधिक यात्री लखनऊ, कानपुर, बरेली, बस्ती, मुरादाबाद, मेरठ समेत विभिन्न शहरो के लिए गए। यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए यूपीएसआरटीसी के अधिकारी भी मौके पर कमान संभाले हुए हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक केसरी नंदन चौधरी ने बताया कि यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए जरुरत के हिसाब से बसों के रूट भी बदले जा रहे हैं रक्षा बंधन पर यात्रियों की भीड़ के चलते निजी बस संचालक परिवहन निगम को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। इनके एजेंट यात्रियों को कम किराए का लालच देकर कौशांबी बस डिपो के अंदर से ले जा रहे हैं। परिवहन निगम के अधिकारी मौन बने हुए हैं। जागरण की टीम ने पड़ताल की तो पूरा सच सामने आया। समय- दोपहर 12:24 बजे रिपोर्टर : लखनऊ के कितने रुपये किराया लगेगा? एजेंट: कब जाना है। लखनऊ का एक सवारी का 1296 रुपये किराया लगेगा। हमारी एसी बस है। बस में वाशरुम, चार्जिंग प्वाइंट व चादर की भी सुविधा है। लखनऊ जाने वाले छह-सात लोग हैं। रोडवेज बस के किराये के मुकाबले कुछ फायदा होगा या नहीं? एजेंट: रोडवेज की एसी बस में ज्यादा पैसे लिए जाते हैं। 14 सौ से 15 सौ रुपये किराया लिया जाते हैं। अगर चलना है तो बताओं, हमने जो किराया बताया है उससे भी कम कर देंगे।