किसी भी घर में रसोई एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है. हिंदू धर्म में रसोई का विशेष महत्व है, इसका संबंध देवी मां अन्नपूर्णा से होता है. वास्तु शास्त्र में रसोईघर की स्थापना किस प्रकार होनी चाहिए, इसके भी नियम हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे भी नियम हैं जिनका पालन करके हमें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है और मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

आइए जानते हैं कि दिल्ली की वास्तु सलाहकार दिव्या छाबड़ा ने इस बारे में क्या बताया है…

दिव्या छाबड़ा ने पहली चीज यह बताई कि रसोई में आग और पानी दोनों को कभी एकसाथ नहीं रखना चाहिए. ये दोनों तत्व एक-दूसरे से एकदम अलग हैं. इन दोनों को अलग-अलग रखना ही शुभ माना जाता है.

दूसरी चीज- किचन में कभी भी डस्टबिन नहीं रखनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है, यह घर में रहने वाले लोगों के भाग्य को प्रभावित करता है. इससे आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.

तीसरी चीज- रसोई में काले रंग की स्लैब कभी न बनवाए. इस रंग का इस्तेमाल रसोई में कम-से-कम करें. यदि आपका गैस -चूल्हा इसी रंग पर है तो इसके नीचे हरा या पीला पत्थर रख दें, क्योंकि यह वास्तु शास्त्र में बहुत बुरा माना जाता है. काला रंग रसोई या आसपास की सकारात्मक उर्जा को प्रभावित करती है.

चौथी चीज- किचन का सिंक एरिया बाहर की ओर ही होना चाहिए. वास्तु शास्त्र के मुताबिक इससे आपके स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होती रहती है और पैसे भी तेजी से खर्च होते हैं. वहीं अगर इसे साइंस के नजरिए से देखें तो सिंक में गंदा बर्तन रखने से रसोई में गंदे बैक्टेरियां फैल सकते हैं.