किसी भी घर में रसोई घर का बड़ा महत्व होता है. यह वही स्थान है, जिस पर घर के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी होती है. हिंदू धर्म में रसोई घर को मां अन्नपूर्णा का स्थान कहा गया है, इसलिए वास्तु शास्त्र में रसोई घर को लेकर कई नियम बताए गए हैं. वास्तु में मां अन्नपूर्णा से जुड़ी कई ऐसे नियम हैं, जिनका पालन करने से जीवनशेली मे बड़े बदलाव देखे गए हैं. साथ ही मां अन्नपूर्णा कई कृपा भी बरसती है.

मॉडर्न किचन में न करें ये गलती
उज्जैन के पंडित भोला शास्त्री ने बताया कि किचन में सिंक और गैस चूल्हा हमेशा एक-दूसरे से दूर रखना चाहिए, क्योंकि सिंक जल तत्व और चूल्हा अग्नि तत्व का प्रतीक है. यह दोनों एक-दूसरे के विरोधी हैं. वास्तुशास्त्र के अनुसार, अगर ये दोनों चीजें आसपास या मॉडर्न किचन में एक ही प्लेटफार्म पर हैं तो परिवार में कोई न कोई व्यक्ति बीमार जरूर रहता है. सदस्यों में वाद-विवाद रहता है. यदि किचन में गैस-चूल्हे के ऊपर किसी अलमारी या स्टैंड में पानी से भरा बर्तन रखा है, तो घर में कलह रहती है. जल और अग्नि एक-दूसरे के शत्रु हैं, जो जितना अधिक दूर रहें, उतना ही अच्छा है. पास रहने पर यह विध्वंसक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं, जो घर के सदस्यों, विशेष तौर पर सास-बहू को प्रभावित करते हैं. उनमें कलह की स्थिति बनी रहती है.

मां अन्नपूर्णा से जुड़े उपाय
– मां अन्नपूर्णा को हरे मूंग की दाल चढ़ाएं और इसके बाद इस दाल को किसी गाय को खिला दें. इससे आपको यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.
– अगर आप चाहते हैं कि आपके घर पर अन्न-धन का प्रवाह हमेशा बना रहे तो इसके लिए मां अन्नपूर्णा को सूखा धनिया अर्पित करें. धनिया को रसोई में कहीं छिपा कर रख दें.
-साथ ही रसोई घर पर बनने वाले सात्विक भोजन को सबसे पहले मां अन्नपूर्णा को भोग लगाएं. इसके बाद ही परिवार के लोगों को खाना चाहिए. ऐसा भोजन करने से परिवार के सदस्य स्वस्थ रहते हैं.