इंदौर ।   9 अक्टूबर 2023 को प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के साथ शुरू हुआ असमंजस रविवार को खत्म हो जाएगा। दोपहर बाद नई सरकार का चेहरा साफ होने लगेगा। शाम तक तो स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी। दोनों ही राजनीतिक दलों ने सत्ता तक पहुंचने के लिए जमकर जोर आजमाइश की। प्रचार के दौरान भाजपा ने एक दर्जन से ज्यादा ज्यादा केंद्रीय मंत्री, पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक की मदद ली। वहीं, कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमल नाथ के अलावा पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रचार की कमान संभाली। वरिष्ठ नेताओं को प्रचार में उतारने का कितना फायदा पार्टियों को मिला, यह रविवार दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगा। इंदौर जिले में विधानसभा की नौ सीटों में से छह शहरी और तीन ग्रामीण हैं। स्थानीय नेहरू स्टेडियम में मतगणना की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। रविवार सुबह मतगणना शुरू होते ही असमंजस से बादल छंटने लगेंगे।

प्रत्याशी घोषित करने में भाजपा ने मारी बाजी

विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करने में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा आगे रही है। पार्टी ने चुनाव से करीब ढाई माह पहले ही पहली सूची जारी कर दी थी। इसमें उन सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे जहां वर्ष 2018 में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने इस चुनाव में कई केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय नेताओं को मैदान में उतारा है, दूसरी तरफ कांग्रेस ने ऐसा कोई प्रयोग नहीं किया।

नए चेहरों पर भरोसा जताने में कांग्रेस आगे

इस चुनाव में नए चेहरों पर विश्वास जताने में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस आगे रही है। जिले की नौ विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने पांच सीटें इंदौर-2, इंदौर-3, इंदौर-4, महू और सांवेर में नए चेहरों को मैदान में उतारा। वहीं, भाजपा ने सिर्फ एक सीट इंदौर-3 पर ही नए चेहरे को मौका दिया। अन्य सीटों पर उसने पुराने चेहरों को ही मौका दिया। राऊ और देपालपुर में तो भाजपा ने वर्ष 2018 में चुनाव हार चुके प्रत्याशियों को मौका दिया।

महिलाओं को मौका देने में भाजपा आगे

महिलाओं को प्रत्याशी बनाने के मामले में जरूर भाजपा कांग्रेस से आगे है। भाजपा ने इंदौर जिले में दो महिला प्रत्याशियों इंदौर-4 से मालिनी गौड़ और महू से उषा ठाकुर को मौका दिया, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ एक सांवेर से रीना बौरासी को मैदान में उतारा। हालांकि, युवा चेहरों को मौका देने के मामले में कांग्रेस आगे है। उसने इंदौर-2, इंदौर-3 और सांवेर में युवा चेहरे उतारे, जबकि भाजपा ने सिर्फ एक सीट इंदौर-3 पर युवा चेहरा उतारा है।

इंदौर में छह स्थानों पर दी जाएगी मतगणना की जानकारी, लगाएंगे एलइडी स्क्रीन

शहर में छह स्थानों पर मतगणना का रुझान एवं परिणाम से जुड़ी जानकारी का सीधा प्रकरण एलइडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि ये स्क्रीन बड़ा गणपति चौराहा, मेघदूत गार्डन के पास, राजवाड़ा चौक, रणजीत हनुमान मंदिर पार्किंग परिसर, 56 दुकान परिसर, चाणक्यपुरी चौराहे पर लगाई जाएंगी। इन स्थानों पर नगर निगम द्वारा इंटरनेट, टेंट एवं साउंड व्यवस्था के साथ ही नागरिकों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है।