नई दिल्ली । संसद में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने इशारों-इशारों में अमृतपाल सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि एक व्यक्ति को पंजाब में 20 लाख लोगों ने सांसद के रूप में चुना और वह एनएसए के तहत जेल में बंद हैं। चरणजीत चन्नी के इस बयान पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि ये गलत है, किसी को चुनकर भेजना और समाज विरोधी काम करने में जमीन-आसमान का फर्क है। जहां तक अमृतपाल सिंह का सवाल है, वह ऐसा शख्स है, जिसने श्री गुरु ग्रंथ साहिब का इस्तेमाल अपने बचाव के लिए किया। संजय सिंह ने कहा कि पंजाब का कोई भी सिख या हिंदू या फिर कोई भी आम नागरिक जो श्री गुरु ग्रंथ साहिब में आस्था रखता है। वह इस बात को कतई स्वीकार नहीं करेगा कि उसने गुरु ग्रंथ साहिब का इस्तेमाल किया। इसके समर्थन में अगर पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी बयान दे रहे हैं तो मैं समझता हूं कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले कांग्रेस ने भी अमृतपाल सिंह के संदर्भ में सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की टिप्पणी से दूरी बनाते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय है और यह पार्टी का रुख नहीं है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया अमृतपाल सिंह पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं और ये किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रुख को नहीं दर्शाते हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि बीजेपी आपातकाल के आरोप लगाती है, लेकिन देश में तो अभी अघोषित आपातकाल लागू है। उन्होंने कहा कि यह तब आपातकाल है जब एक निर्वाचित सांसद पर रासुका लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया गया है और वह अपने क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहे हैं। चन्नी का इशारा अमृतपाल सिंह की ओर था। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू और सत्ता पक्ष ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। बिट्टू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस खालिस्तानियों के समर्थन में है।