इंदौर ।   विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण दो माह तक जिले में विकास कार्य और योजनाएं प्रभावित रही थीं, लेकिन अब बंदिश खत्म होने के बाद दोबारा सभी काम फिर से शुरू होंगे। इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) के शहर में चल रहे विकास कार्यों को भी गति मिलेगी। आचार संहिता खत्म होने के साथ ही आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने मंगलवार को लगातार चार घंटे अधिकारियों के साथ विभिन्न विकास कार्यो की समीक्षा की। धीमी गति से चल रहे कार्यो में काम की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के साथ ही मंगलवार को सभी विभागों में विभिन्न योजनाओं से जुड़े कार्य शुरू हुए। आइडीए ने भी करीब दो माह बाद बैठक हुई और सभी कार्यों की समीक्षा की गई। आइडीए के सीईओ रामप्रकाश अहिरवार और अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी चुनावी ड्यूटी में व्यस्त थे। मतदान से लेकर मतगणना तक चुनावी ड्यूटी निभाने वाले कर्मचारियों के प्रशिक्षण का जिम्मा सीईओ अहिरवार के पास ही था। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद मंगलवार को आइडीए कार्यालय में इंदौर में चल रहे विभिन्न कार्यों की अब तक हुई प्रगति पर चर्चा की गई।

टीपीएस योजनाओं के काम को मिलेगी गति

इंदौर में पांच टीपीएस योजनाओं में विकास कार्य जारी है। चुनाव के बाद अब इन विकास कार्यों को गति मिलेगी। आइडीए की प्रमुख योजना टीएपीएस-9 और 10 में विकास काम जल्द पूरे किए जाएंगे। बायपास और सुपर कारिडोर पर आकार लेने वाली दोनों योजनाओं में छोटे और बडे दोनों तरह के भूखंड विकसित होने हैं।

मास्टर प्लान की सड़कें हो सकेंगी पूरी

आइडीए द्वारा शहर में बनाई जा रही मास्टर प्लान की सड़के लंबे समय से अधूरी हैं। एमआर-10 एमआर-11, एमआर-12 और बाम्बे हास्पिटल से तुलसी नगर की सड़क को पूरा करने का कार्य गति पकड़ सकता है। वैसे भी एमआर-11 के लिए आइडीए ने आचार संहिता से पहले ही बोर्ड बैठक में राशि का आवंटन किर दिया था। तुलसी नगर के सामने की सड़क लंबे समय से अटकी हुई है।

इन कार्यों को मिल सकती है गति

आइडीए द्वारा शहर में दस हजार की क्षमता का कन्वेशन सेंटर बनाया जाना है। इसके साथ ही स्टार्टअप पार्क, आइएसबीटी, फ्लाईओवर के काम पूरे किए जाना हैं। वर्तमान चार प्रमुख चौराहों पर पांच फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। इनका काम भी देरी से चल रहा है।

इनका कहना 

आचार संहिता खत्म होने के बाद सभी अधिकारियों के साथ विभिन्न योजनाओं में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। चार घंटे तक लगातार धीमे चल रहे कामों को समय सीमा में पूरा करने के लिए गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

- जयपाल सिंह चावड़ा, अध्यक्ष आइडीए